A Whole Lott More
Lott Industries, a small car parts manufacturer staffed by people with developmental disabilities, struggles to reinvent itself after the auto crisis hits.
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A Whole Lott More – ibomma 2025Lott Industries, a small car parts manufacturer staffed by people with developmental disabilities, struggles to reinvent itself after the auto crisis hits.Movie NameA Whole Lott MoreStory of movieLott Industries, a small car parts manufacturer staffed by people with developmental disabilities, struggles to reinvent itself after the auto crisis hits.DirectorVictor BuhlerProducerVictor Buhler, Mike LernerScreenwriterDist31885ProductionRatingGenreDocumentaryRuntime1h 30mStory in hindiलॉट उद्योग, एक छोटी सी कार पुर्जों के निर्माता, जिसमें विकासात्मक विकलांगता वाले लोगों को रोजगार दिया जाता था, ऑटो संकट के आने के बाद खुद को पुनर्स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहा था। यह उद्योग एक छोटे से शहर में स्थित था, जहां लोगों के चेहरे पर खुशी और संतुष्टि की झलक दिखाई देती थी। लेकिन जब ऑटो संकट ने अपना प्रभाव डाला, तो यहां के लोगों के चेहरे पर चिंता और घबराहट की भावना छा गई।
उद्योग के मालिक, श्री वर्मा, एक मध्यम आयु के व्यक्ति थे, जिनके चेहरे पर एक विशिष्ट मुस्कान रहती थी। वे अपने उद्योग को बहुत प्यार करते थे और उसकी प्रगति के लिए दिन-रात एक कर देते थे। लेकिन जब ऑटो संकट ने अपना प्रभाव डाला, तो उद्योग की स्थिति खराब हो गई। आदेश कम हो गए, और उद्योग को अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी परेशानी होने लगी।
श्री वर्मा ने अपने उद्योग को पुनर्स्थापित करने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने नए उत्पादों की खोज की, नए ग्राहकों की तलाश की, और अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया। लेकिन फिर भी, उद्योग की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। कर्मचारियों के चेहरे पर चिंता और घबराहट की भावना गहराती जा रही थी। वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे और अपने परिवारों की जिम्मेदारी को लेकर भी डरे हुए थे।
एक दिन, श्री वर्मा ने अपने कर्मचारियों को इकट्ठा किया और उन्हें एक नए योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वे उद्योग को पुनर्स्थापित करने के लिए एक नई दिशा में काम करेंगे। उन्होंने अपने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वे मिलकर इस संकट को पार करेंगे और उद्योग को फिर से खड़ा करेंगे। कर्मचारियों ने श्री वर्मा की बातों पर विश्वास किया और एक नए उत्साह के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने नए उत्पादों की खोज की, नए ग्राहकों की तलाश की, और अपने काम में और भी अधिक मेहनत की।
धीरे-धीरे, उद्योग की स्थिति में सुधार होने लगा। आदेश बढ़ने लगे, और उद्योग को अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी परेशानी नहीं हुई। कर्मचारियों के चेहरे पर फिर से खुशी और संतुष्टि की झलक दिखाई देने लगी। उन्होंने अपने भविष्य को लेकर अब और भी आशावादी महसूस करना शुरू किया और अपने परिवारों की जिम्मेदारी को लेकर भी उन्हें अब और भी आत्मविश्वास महसूस हुआ।
इस प्रकार, लॉट उद्योग ने ऑटो संकट के बावजूद खुद को पुनर्स्थापित करने में सफलता प्राप्त की। श्री वर्मा और उनके कर्मचारियों ने मिलकर इस संकट को पार किया और उद्योग को फिर से खड़ा कर दिया। यह एक सच्ची कहानी है जो हमें सिखाती है कि मेहनत, संघर्ष, और एकजुटता से हम किसी भी संकट को पार कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।A Whole Lott More
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